वो जो बल्ला उठाए, तूफ़ान बन जाए,
पिच पे उतरे तो मैदान थरथराए।
दिल्ली का छोरा बना शेर ए हिंदुस्तान,
टेस्ट की धरती पे रच दी नयी पहचान।
2008 में आगाज़, चेन्नई में धमाल,
2025 में अलविदा, फिर भी हर दिल में बवाल।
29 शतक, 7 डबल का कमाल,
तेरा नाम सुनते ही काँपे गेंदबाज़ी की चाल।
कप्तानी संभाली, दिलों में जोश भरा,
हर मैच में इमोशन, हर रन में लहू जला।
68 टेस्ट में कप्तान, 40 में जीत दिलाई,
हर टीम को उसकी ज़मीन पे धूल चटाई।
Australia को उसके घर में मारा,
2018 की सीरीज़ – बना तू इतिहास का तारा।
Lords हो या MCG, हर जगह गूंजा शोर,
"कोहली है राजा", बोले हर स्टैंड और कोर।
न स्लेजिंग से डरे, न प्रेस के सवालों से,
जवाब दिया खेल से, हर एक बेहिसाब बल्ले से।
फिटनेस में अव्वल, माइंड में तेज़ी,
वो खेल नहीं, खुद में था एक फौजी जैसी तैयारी।
तेरा ग़ुस्सा भी पूजा, तेरा जुनून भी वंदन,
तेरे बिना लगे अब टेस्ट थोड़ा मद्धम।
तू गया मैदान से, पर रुकेगी न दास्तां,
तेरी हर पारी अब बनेगी एक गाथा महान।
Virat – तू नहीं बस एक नाम,
तू है क्रिकेट का चलता-फिरता ग्रंथ, एक काम।
Test को तूने फिर से स्टाइल दिया,
तेरे जाने से दिल ने रोना फ़ील किया।
King Kohli – तू हमेशा रहेगा अमर,
तेरा बल्ला बोले – "मैं हूं Test का Sikandar!"