frog

Vidhai | AI Song Generator | AI Music | AI Music Maker

Vidhai

Vidhai

randrani214
Connect Wallet
Add to Playlist

Hindi

veedai geet

girl wedding

veedai geet

girl' voice

Lyrics

---

(अंतरा 1)

बाबुल की ओ बगिया छोड़ चली मैं,

आँखों में पानी, हँसी ओ झलकी मैं।

छोटे से आँगन में बीती थी बचपन,

आज विदा होकर बन गई दुल्हन।

---

(धृपद / कोरस)

ना रो बाबुल, ना बहना तू रो,

तेरे बिना कैसे ये डोली में जाऊँ मैं खो।

छूटे जो आँगन, छूटे वो गली,

बचपन की किलकारी, कैसे अब छुपा लूँ भली।

---

(अंतरा 2)

माँ के वो आँचल की छाया नहीं अब,

तेरी वो लोरी, वो ममता नहीं अब।

चूल्हे की रोटियाँ, तेरा प्यार भरा हाथ,

कैसे सहूँ मैं अब, ये दूरी की बात।

---

(अंतरा 3)

भैया की कलाई, वो राखी का दिन,

झूले की पींगे, सावन का पिन।

अब सब रह जाएँगे बस यादों में,

दिल रो रहा है मेरे वादों में।

---

(अंतरा 4)

नई डगर है, परायी दुनिया,

दिल में समाई पुरानी गुनिया।

जो भी सीखा, यहीं से पाया,

तेरी लाड़ली अब तुझसे जुदा हुआ।

---

(अंतिम अंतरा)

खुश रहो सब, ये दुआ ले चली,

पर मेरी भी थोड़ी पीर समझी चली।

बाबुल का घर मेरा मंदिर था,

आज उस मंदिर से खुदा बन चली...

---

Related Songs

song cover

Sound Of Meme

cover

0:00--:--

No Lyrics Available

Lyrics or transcript for this song are not available at the moment.

Check back later for updates