[Intro]
ॐ नमः शिवाय, ओम, ओम,
पार्वती संग, महादेव के गूंजे गुनगुन।
[Verse 1]
कैलाश के वासी, त्रिपुरारी महादेव,
पार्वती के संग विराजे, हैं शिव शंकर देव।
गंगा बहती जटाओं से, चंद्र ज्योति चमकाए,
नंदी करे आरती, भक्तन पे कृपा बरसाए।
[Chorus]
ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय,
हर हर शंकर, जय जय शिवाय।
शंभो शंकर, त्रिशूल धारी,
जय गौरी-शंकर, करुणा अपार।।
[Verse 2]
पार्वती मैया संग बैठे, अमृत बरसाए,
सतयुग से कलयुग तक, शिव नाम ही ताराए।
रूद्राक्ष की माला पहने, डमरू की धुन गूंजे,
शिवधाम की रोशनी में, अंधकार भी झुके।
[Chorus Repeats]
ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय,
हर हर शंकर, जय जय शिवाय।
शंभो शंकर, त्रिशूल धारी,
जय गौरी-शंकर, करुणा अपार।।
[Verse 3]
शिव शक्ति की यह जोड़ी, अमर प्रेम की मूरत,
भक्तों की रक्षा करें, हर लें सारे संताप।
जो कोई सच्चे मन से, शिव शंकर को ध्याए,
सुख-शांति जीवन में, वह पल में ही पाए।
[Chorus Repeats]
ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय,
हर हर शंकर, जय जय शिवाय।
शंभो शंकर, त्रिशूल धारी,
जय गौरी-शंकर, करुणा अपार।।
[Bridge]
जो जोड़ते हैं प्रेम से, वो करते हैं भक्ति,
शिव पार्वती की कृपा, मिले जब सच्ची शक्ति।
हर पल में बहे स्नेह, जैसे गंगा बहती,
जिन्हें देखे महादेव, सब दुख दूर होते।
[Outro]
ॐ नमः शिवाय, हर हर महादेव,
पार्वती संग हैं, सदा करूँ भक्ति।
जय शिव शंकर, जय पार्वती,
हर हर महादेव, हर हर महादेव।
[Fade-Out]
ॐ नमः शिवाय, ॐ, ॐ नमः शिवाय, ओम।