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Shayari | AI Song Generator | AI Music | AI Music Maker

Shayari

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Classical

Bollywood

Lyrics

मिला नहीं मुझे "दरख्तो ओ ताज",

किसी "महजीबी" के अफसाने में।

हम दिल को लुटाएं बैठे,

खुद के ही ठिकाने में।

मासा अल्लाह क्या दिल्लगी थी,

उसके आंखों के "मयखाने" में।

"जाहिल" हर नयन तीर सहता गया,

बात तो कुछ था मेरे "वजाहत" में।

जज्बात मेरे "दिल" की जरा सुन,

हम तो राहें बैठे तेरे "तसव्वुर" में। कुछ इस तरह का प्यार आपका संगीत के प्रति देखकर हम जवान हुए। आपके जैसा फिर इस जहां में न कोई है न आगे कोई होगा।

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