[Intro – धीमी, भावुक शुरुआत]
हम बंदे हैं भारत माँ के...
लहू नहीं, अग्नि बहती है नस-नस में...
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[मुखड़ा – कोरस / दोहराया जाने वाला भाग]
जो कश्मीर माँग ले, तो खून की होली रचा देंगे!
अगर तूने फिर आँख उठाई, तो तेरा दुनिया से नक्शा मिटा देंगे!
हम बंदे हैं भारत माँ के, तिरंगे के सच्चे सिपाही हैं,
मौत को भी हँस के गले लगाएँ — हम वो बलिदानी राही हैं!
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[अंतरा 1 – पाकिस्तान को चेतावनी]
ऐ पाकिस्तान! सुन ले तू — ये नया हिंदुस्तान है,
तेरे हर धोखे का जवाब अब, सीधा बलिदान है।
कश्मीर पे जो नज़र डाली, वो नज़र अब नहीं बचेगी,
तेरी हर चाल, हर साज़िश — अब राख में सजेगी!
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[कोरस दोबारा]
जो कश्मीर माँग ले, तो खून की होली रचा देंगे!
अगर तूने फिर आँख उठाई, तो तेरा दुनिया से नक्शा मिटा देंगे!
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[अंतरा 2 – ताक़त का ऐलान]
हमारी चुप्पी कमजोरी नहीं, ये तो शांति का सम्मान है,
पर गोली चली अगर एक भी — तो जवाब तूफ़ान है!
तू देख चुका है मिशन सिंधुर, अब भी समझ न पाया तो,
मिसाइलें बोलेंगी — "भारत माँ का सच्चा सिपाही आया तो!"
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[ब्रिज – उग्र और भावुक मोड़]
हर जवान हमारा महावीर है, हर आँख में लाल आग है,
तिरंगे के नीचे मरते हैं हम, यही हमारी माँग है।
तेरी गीदड़ भभकियों से ना डरने वाला हिंदुस्तान है,
तेरे जैसे दुश्मन की चिता में जलता बलिदान है!
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[अंत – दमदार समापन]
हम बंदे हैं भारत माँ के — जो कश्मीर माँग ले, तो खून की होली रचा देंगे!
अगर तूने फिर आँख उठाई, तो तेरा दुनिया से नक्शा मिटा देंगे!
ऐ पाकिस्तान! याद रख — तेरा दुनिया से नक्शा मिटा देंगे!