(Verse 1)
चल पड़े हैं हम, ये दिल है जवान
बर्फ़ सी वादियों में, ढूंढे नया आसमान
घंटी बजें मंदिर मा, मनको लागे शान्ति
चले हम मुसाफ़िर, बिना कोई बंदिश की गिनती
(Chorus)
ओ हवा ले जा, उस गाँव की ओर
जहाँ गीत बजें, बाँसुरी के सुर
पाँव तले पगडंडी, मन मा छा रमाइलो
पर्वतों की राह में, भेटिन्छ खुशी को खोलो
(Verse 2)
घूमे थे नदियाँ, जंगल र झरना
हर एक मोड़ मा, छ यादों को गहना
धूप भी प्यारी है, छाँव भी अपनी
हर सास लिन्छ उत्साह, हर खुशी बनी अपनी
(Bridge)
चल साथी, कन्धा से कन्धा मिलाके
दूर तलक, बादल संग उड़ते जाएँ
"आऊ है!" बोले पहाड़ों का प्यार
"तिमी नि आउ," कहे त्यो साज र भार
(Final Chorus)
ओ साथी रे, ये सफर ना हो खत्म
हर मोड़ पे, नयां सपना र जन्म
हिमाल का गर्जन, दिल मा बन्यो गीत
यात्रा यो जीवन हो, रमाइलो मनको मीत
(Outro)
अब तो चलो, सँग मिलके गाएँ
पर्वतों की राह में, सपनों को सजाएँ
चल आबाद हो, हर एक रास्ता
यात्रा सधैं, जीवन संग संग मस्त!
[Fade-Out]