जय सूर्य नारायण, दिव्य प्रभा वाले,
त्रिलोक प्रकाशित, तेजोमय भाले।
सोम की चांदनी से, संग तेरा आता,
रौशनी का ये मेला, हर दिल को भाता।
[Freestyle]
प्रभात में किरणों से, जीवन को तू सँवारे,
अंधकार मिटा दे, पाप सारे उधारे।
सप्त अश्व रथ पर, तू कर रहा सवारी,
दिनकर देवा तू, रचता उजियारी।
[Trap Break]
लोक कल्याण हेतु, तू तप में लीन,
तेरे दर्शन से हो, चित्त शुद्ध, पवित्र मन-हीन।
सर्व रोग नाशक, ग्रह दोष हरता,
तू जो पास आए, भाग्य सगर्व करता।
[Build-up]
नम: सूर्याय शान्ताय, हम तुझे वंदन करते,
हरी किरणों से, हमें जगमगाते करते।
तेरे ही आस पास, चमकते हैं आकाश,
कर्मों में तेरी शक्ति, बढ़ जाती है बेआपाश।
[Spoken Word]
"तेरे भक्त जो भजें, दिन उगे उनके भाग्य,
तेरे असीम कृपा से, हर बूँद में अनुराग।"
[Riff]
ॐ घृणि: सूर्याय नमः, बारंबार वंदन,
तेरे तेज में है, आत्मा का स्पंदन।
तेरे बिना, हर क्षण है अमिषास,
आओ एक बार फिर, जीवन में लाएँ रास।
[Fade-Out]
जय सूर्य नारायण, चमकते संगी,
तेरा नाम हो लभ्य, हर दिल का रंगी।
धरा से अम्बर तक, तेरा ही राज,
सभी की खुशियों का, तेरा है बाज।