[Intro - Soft Tabla]
मैं हूँ कलाकार, मेरी दुनिया निराली
[Verse 1]
रंग-बिरंगी कूची से, सपने रंगते जाते
काग़ज़ पे उड़ते पंछी, बादल बन कर आते
कैंची, गोंद और चमक से, जादू हम रचाते
आओ मिलकर हाथों से, दुनिया नई बसाते
[Chorus]
कला है मेरी पहचान
शिल्प है मेरा अभिमान
रंगों से बात करूं मैं
सपनों को साकार करूं मैं
[Classical Interlude - Sitar]
[Verse 2]
गुड़िया, फूल और घरौंदा, सब कुछ मैं बना लूं
पुरानी चीज़ों से भी, नई कला सजा लूं
कभी मिट्टी, कभी कपड़ा, काँच के मोती प्यारे
हर चीज़ में ढूंढूं मैं, कल्पना के सितारे
[Chorus]
कला है मेरी पहचान
शिल्प है मेरा अभिमान
रंगों से बात करूं मैं
सपनों को साकार करूं मैं
[Bridge - With Crescendo]
मेरी कला, मेरी ज़ुबान
हर रंग में मेरी जान
बनाऊं, सजाऊं, महकाऊं
नई राहें दिखलाऊं
[Final Chorus - With Children's Chorus]
कला है मेरी पहचान
शिल्प है मेरा अभिमान
रंगों से बात करूं मैं
सपनों को साकार करूं मैं
[Outro - Fade Out]
मैं हूँ कलाकार...
मेरी दुनिया निराली...