चुपचाप चलती ये रातें,
दिल में हैं दर्द की बातें,
एक सदी सी लगती, तन्हाई इस कातिल की।
तेरे बिना, खोया खोया,
हर एक लम्हा, अधूरा सा,
इस शहर की रौनकें, सब बेकार हैं,
तेरे बिना, सब कुछ बेकार है।
किसी और की बाहों में, मुझे नहीं रहना,
तेरे सिवा, कोई मुझे नहीं समझा,
दिल की धड़कन, तेरा ही नाम ले,
तू ही राहत, तू ही सजा।
बरसों का साथ, पल में मिट गया,
तेरा हंसना, मेरा रहस्यमय,
यादों की बारिश, आँखों को भिगोती,
किसी ने कहा, ये मोहब्बत है ख़ुदाई।
बेताबियों में, कुछ तो कमी है,
तेरे बिना, ये साँसे अधूरी हैं,
सुलगती रातें, करवट बदलें,
प्यार में तेरा नाम है, ये भटकती है।
किसी और की बाहों में, मुझे नहीं रहना,
तेरे सिवा, कोई मुझे नहीं समझा,
दिल की धड़कन, तेरा ही नाम ले,
तू ही राहत, तू ही सजा।
[Solo]
हर एक ग़ज़ल में, तेरा जिक्र है,
तेरे लिए ये दिल, बस तेरा दीवाना है,
तू है सफ़र, तू है मंजिल,
तू ही रक्षक बनके है बेह्ज़ी।
क्या करूँ, सोचते-सोचते,
तेरे बिना, ये पल गुजरते,
क्या खोया, क्या पाया, सब है जुदा,
तेरे बिना ये जज़्बात अधूरे हैं।
दूर जाऊँगा, पर याद रहोगे,
तेरे लिए ये अल्फाज़ लिखूँगा,
किसी और की बाहों में, ज़िंदगी नहीं,
तू ही मेरी मोहब्बत, तू ही मेरी ज़िंदगी।
[Fade-Out]
तू ही है उम्मीद, तेरा ही है साथ,
किसी और की बाहों में, अब नहीं ये मेरे हाथ।