अंतरा 1:
जब घर में कदम रखा उन्होंने,
करण वीर मेहरा, तैयार खड़े,
जहाँ हर कोना था ड्रामे से भरा,
वहाँ भी वो मुस्कान से खड़ा।
प्री-कोरस:
चुनौतियों का सामना किया,
हर पल दिल से जिया,
ऊँचाइयों में, गहराइयों में,
करण का जोश था सामने।
कोरस:
करण वीर, सितारा चमका,
बिग बॉस में जिसने दम दिखा,
हर दिन अपनी राह बनाई,
आखिरी रात, जीत कर आई।
करण वीर, विजेता का नाम,
बिग बॉस ताज, उसके नाम!
अंतरा 2:
दोस्ती की और लड़ाइयाँ भी,
हर पल कुछ नया सीखा वहीं,
ईमानदारी से खेला खेल,
करण वीर का बन गया मेल।
प्री-कोरस:
(दोहराएं)
कोरस:
(दोहराएं)
ब्रिज:
रोशनी और अंधेरों में,
करण की कहानी बनीं मिसालों में,
आग से गुज़रा, तूफानों से,
सचाई बनी उसकी पहचान।
कोरस:
(दोहराएं)
आउट्रो:
करण वीर, सफर पूरा हुआ,
बिग बॉस घर में मुकाम मिला,
सच्चाई और साहस के संग,
करण वीर, बिग बॉस के रंग!