[Riff]
खामोशियाँ अब, बस मुड़कर देखती हैं,
तेरी यादों के पीछे, ख्वाब अधूरे छिपती हैं।
[Build-up]
तेरे जाने का ग़म, दिल में गूंजता है,
हर सफर की याद, मुझसे वो पूछता है।
[Spoken Word]
“तू कहीं पास नहीं, फिर भी क्यों मैं तेरा इंतज़ार करूँ?”
[Freestyle]
ज़ज़्बातों की ख़ामोशी, तन्हाई में बसी है,
तेरे बिना जो पल हैं, वो ख़ुद से जंग करती हैं।
[Trap Break]
आँखों में आंसू, दिल में एक तज़किरा,
तू बिन अधूरा, मैं फिर भी तेरा सहरा।
[Interlude]
कभी जागती थी रातें, तू जब पास थी,
अब हर घड़ी बस तन्हाई की आवाज़ है।
[Solo]
(गिटार की मधुर धुन)
खुद को ढूँढते ढूँढते, आँखें थक गईं,
तेरे बिना इस दिल ने, हर धड़कन की खोई सिहरन।
[Build-up]
तेरे साथ की हर संवेदनाएँ, अब बन गईं यादें,
क्या कभी करेगी याद, मेरे ख़्वाबों के सफ़र में।
[Spoken Word]
“किसी ने कहा था, ‘इश्क तो होता है एक बार’, पर दिल की सज़ा, हर बार मेरी ही है।”
[Freestyle]
वो पल, वो बातें, सब ख़त्म हुईं,
सपनों का राज़ अब, सबको पता चल गया।
[Key Change]
तेरे बिन ये रंगीन रातें, अब बेजान हों गईं,
इश्क की दुनिया में, अब मेरी कोई पहचान नहीं।
[Fade-Out]
ज़ज़्बातों की ख़ामोशी, दिल की ये तन्हाई,
तेरा नाम लूँ, पर अब कहाँ, कौन सुनता है मेरी सदा।
तन्हाईयों में खोई, ये चुपसी दास्तान,
तेरे बिना बस यहीं, रुक गया मेरा जहान।