अंतरा 1]
ऐसे न जाओ पिया, दिल है मेरा वीराना,
तेरे बिना हर साँझ लगे, जैसे कोई बेगाना।
तेरी सूरत में रब दिखे, तेरा नाम ही ज़ुबां पे,
तू जो नहीं तो कुछ भी नहीं, है यही दिल का फ़साना।
[रिफ्रेन - कोरस]
~~
लब पे तेरा नाम रहे, दिल में तेरा अरमान रहे,
रूह में तू बस जाए, ऐसा कोई ईमान रहे।
ऐसे न जाओ पिया, छोड़ के सूनी राहों में,
इश्क़ तेरा साज बने, धड़कन की निगाहों में।
~~
[अंतरा 2]
तेरे क़दमों की धूल से, सज जाए मेरी तक़दीर,
तेरे इश्क़ में मिट जाएँ, तो भी क्या है फ़क़ीर?
तू जो कहे तो साँस लूं, तू जो ना बोले—सन्नाटा,
तू ही मेरी क़िबला-क़बा, तू ही है मेरा data.
[रिफ्रेन दोहराव]
~~
लब पे तेरा नाम रहे, दिल में तेरा अरमान रहे,
रूह में तू बस जाए, ऐसा कोई ईमान रहे।
~~
[अंतिम बंद]
सूफ़ियाना ये जाम है, इश्क़ तेरा पयाम है,
तेरे नाम से जागते हैं, तेरे नाम में शाम है।
ऐसे न जाओ पिया, दिल की ये गुज़ारिश सुन,
इश्क़ की इस बंदगी को, अब न कर तू बेवफ़ा।
---