[Intro]
आओ सुनें इस भक्ति की रागिनी,
जय हो माँ मेलड़ी, तू बख्शे कृपा बिन।
[Verse 1]
जय हो माँ मेलड़ी रानी,
तेरे चरणों में है कल्याणी।
सवारी तेरी भव्य दिखे,
बुटिया पे बैठी शक्ति झलके।
[Chorus]
जय जय मेलड़ी, भवानी का रूप,
भक्तों के दिलों में तू है समर्पण का सौगात।
जय जय मेलड़ी, तेरा नाम महिमा,
दिल से गाए सब, तुझमें है वो जादू।
[Verse 2]
गांव-गांव में गूंजे तेरा नाम,
तेरे भक्तों का तू करती काम।
भक्ति से जो तुझे पुकारे,
माँ, तू उनके भाग्य संवारे।
[Chorus]
जय जय मेलड़ी, भवानी का रूप,
भक्तों के दिलों में तू है समर्पण का सौगात।
जय जय मेलड़ी, तेरा नाम महिमा,
दिल से गाए सब, तुझमें है वो जादू।
[Verse 3]
धूप, दीप और फूल चढ़ाएं,
तेरी कथा से जीवन पाएं।
नवरात्रों में रंग बरसाए,
भजन तेरा हर मन गुनगुनाए।
[Bridge]
तेरी हर आरती, सच्चे मन में गाए,
माँ तू उसकी झोली खुशियों से भर दे।
तेरे दर पर हर कोई है सजे,
जिसने तुझे जाना, वो सच्चा प्रेम सहे।
[Verse 4]
काली, दुर्गा, अंबे का रूप,
मेलड़ी माँ तू है अपरूप।
तेरे आशीर्वादों से दुनिया चमके,
दिल के तारों से तू हर दिल को संग ले।
[Outro]
जय जय मेलड़ी मात भवानी,
तेरे चरणों में सब सुखद कहानी।
करो कृपा, रखो शरण में,
तेरा नाम बसाए हम अपने जीवन में।